"हम रामलीला मैदान आ रहे हैं" कर रहा ट्विटर पर ट्रेंड


दि एक्सपोज एक्सप्रेस.
निजीकरण, आरक्षण पर हमले, बढ़ती बेरोजगारी के खिलाफ और निजी क्षेत्र एवं उच्च न्यायपालिका में आरक्षण के समर्थन में दलित नेता एवं पूर्व सांसद उदित राज ने 1 दिसंबर को रामलीला मैदान, दिल्ली में पूरे देश के दलित, पिछड़े और आदिवासी समाज के लोगों को आने का आह्वान किया है। कई सारे दलित, पिछड़े और आदिवासी संगठनों ने उदित राज के इस कदम को अपना समर्थन दिया है।
ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस मुहिम से जोड़ने और आमंत्रित करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया जा रहा है। "हम रामलीला मैदान आ रहे हैं" ट्विटर पर दोपहर से ही ट्रेंड कर रहा है।
उदित राज ने कहा है कि निजीकरण से आरक्षण को नुकसान होता, इसलिए दलित, पिछड़ा और आदिवासी विरोधी मोदी सरकार लगातार निजीकरण किए जा रही है। अपने हक के लिए हमें आवाज उठानी होगी।

Comments

Popular posts from this blog

अमात जाति का इतिहास

क्या चमार जाति के लोग ब्राह्मणों के वंशज है?

नंदवंश - प्रथम शूद्र राजवंश